विरेचन एक पारंपरिक आयुर्वेदिक उपचार है जो शरीर से पित्त दोष को निकालने के लिए उपयोग किया जाता है। यह उपचार शरीर को शुद्ध करने और संतुलित करने में मदद करता है।
विरेचन उपचार में विशेष औषधियों का सेवन किया जाता है जो शरीर को मल त्याग करने के लिए प्रेरित करती हैं। यह उपचार आमतौर पर पित्त दोष से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे कि:
पीलिया
पित्ताशय की बीमारियाँ
लिवर की बीमारियाँ
पाचन संबंधी समस्याएँ
त्वचा संबंधी समस्याएँ
विरेचन उपचार के लाभ:
पित्त दोष को निकालने में मदद करता है
शरीर को शुद्ध करने में मदद करता है
संतुलित करने में मदद करता है
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
विरेचन उपचार के दुष्प्रभाव:
मल त्याग करने के बाद थकान महसूस हो सकती है
मल त्याग करने के बाद पेट में दर्द हो सकता है
मल त्याग करने के बाद मुंह में सूखापन महसूस हो सकता है
यह ध्यान रखें कि विरेचन उपचार को केवल एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक की देखरेख में ही किया जाना चाहिए